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देशभक्ती गीते लेबल असलेली पोस्ट दाखवित आहे. सर्व पोस्ट्‍स दर्शवा
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मंगळवार, २१ सप्टेंबर, २०२१

९/२१/२०२१

स्वाध्याय उपक्रम २०२१

स्वाध्याय उपक्रम २०२१

इयत्ता 1 ली ते 10 वी साठी

 राज्यभरात स्वाध्याय उपक्रम सुरू

स्वाध्याय उपक्रम नवीन नोंदणी दिनांक १७ जुलै २०२१ पासून

 

आपल्या शाळेतील सर्व विद्यार्थ्यांची स्वाध्याय उपक्रम व्हॉट्सअप नोंदणी करावी

सर्व विभाग करिता वेगळी येथे क्लिक करा  दिली आहे आपल्या विभागावर क्लिक करून व्हाट्सअप स्वाध्याय उपक्रमात सहभागी व्हा

 

विषय  - भाषा (मराठी/उर्दू) व गणित 

या वेळेस स्वाध्याय चे नंबर व येथे क्लिक करा  हे प्रत्येक विभागासाठी वेगळे असणार आहे आपल्या जिल्ह्यासाठी असलेला क्रमांक व येथे क्लिक करा  द्वारे आपण स्वाध्याय वर नोंदणी सुरू करू शकाल. 


स्वाध्याय साठी नोंद करण्याची पद्धत -

अतिशय साधी व सरळ पद्धत आहे. 

सर्वात आधी सर्वांनी आपल्या जिल्ह्याच्या स्वाध्याय क्रमांकाची व येथे क्लिक करा  ची आपल्या फोन मध्ये नोंद करून घ्यावी.

आपल्या स्वाध्याय क्रमांकावर WhatsApp द्वारे “नमस्ते” किंवा “hello” असा मेसेज पाठवला की त्याची सुरुवात होईल.

१.नवीन विद्यार्थ्यांसाठी

वरील प्रक्रिया केल्यावर स्वाध्यायची यंत्रणा आपल्याला आपली माहिती विचारेल जसे की आपले नाव, इयत्ता, माध्यम व शाळेचा UDISE क्रमांक (स्कूल कोड). ही सगळी माहिती अचूक भरा.

 ते झाल्यास आपण स्वाध्याय सुरू करण्यास तयार आहात.


२.पूर्वी स्वाध्याय सोडवलेल्या विद्यार्थ्यांसाठी

वरील प्रक्रिया केल्यावर आपल्याला आपली सध्याची इयत्ता व शाळा विचारली जाईल. 

शैक्षणिक वर्ष बदलल्या मुळे आपली बदललेली इयत्ता नमूद करावी व शाळा बदललेली असल्यास नवीन शाळेचा योग्य UDISE क्रमांक (स्कूल कोड) नमूद करावा.

अ.क्र

विभाग

स्वाध्याय लिंक

1

औरंगाबाद विभाग

औरंगाबाद,बीड,हिंगोली, जालना,लातुर,नांदेड ,उस्मानाबाद,परभणी

 

क्लिक करा

2

नागपूर विभाग

भंडारा ,चंद्रपूर गडचिरोली,गोंदिया नागपूरवर्धा

क्लिक करा

3

अमरावती विभाग  

अकोला,अमरावती,यवतमाळ

क्लिक करा

4

नाशिक विभाग

अहमदनगर,धुळे ,जळगाव, नंदुरबार,नाशिक

क्लिक करा

5

कोकण विभाग

मुंबईमुंबई शहरपालघर, रायगड,रत्नागिरीसिंधुदुर्गठाणे

क्लिक करा

6

पुणे विभाग

कोल्हापूरपुणे,सांगली,सातारासोलापूर

क्लिक करा

स्वाध्याय उपक्रम विभाग निहाय लिंक :-

अमरावती विभागसमाविष्ट जिल्हे

अकोला,अमरावती,यवतमाळ, बुलढाणा वाशिम

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नागपूर विभागसमाविष्ट जिल्हे

भंडारा ,चंद्रपूर गडचिरोली,गोंदिया नागपूरवर्धा

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नाशिक विभागसमाविष्ट जिल्हे

अहमदनगर,धुळे ,जळगाव,नंदुरबार, नाशिक

https://wa.me/918595524517?text-hello

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औरंगाबाद विभाग : समाविष्टजिल्हे

औरंगाबादबीड,हिंगोली,जालना,लातूरनांदेड, उस्मानाबादपरभणी

https://wa.me/918595524419?text-hello

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कोकण विभागसमाविष्ट जिल्हे

मुंबईमुंबई शहरपालघर,रायगड ,रत्नागिरीसिंधुदुर्गठाणे

https://wa.me/918595524518?text-hello

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पुणे विभाग समाविष्ट जिल्हे

कोल्हापूरपुणे,सांगली सातारासोलापूर

https://wa.me/918595524519?text-hello

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जास्तीत जास्त विद्यार्थी या उपक्रमात सहभागी होतील यासाठी सर्व क्षेत्रीय अधिकारी व शिक्षक यांनी प्रयत्न करावेत.

दिनकर टेमकर

संचालक

राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद, महाराष्ट्र, पुणे

 

शुक्रवार, २० ऑगस्ट, २०२१

८/२०/२०२१

संपूर्ण राष्ट्रगीत

 संपूर्ण राष्ट्रगीत


जन गण मन

 

जन गण मन अधिनायक जय हे

भारत भाग्य विधाता

पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा

द्राविड़ उत्कल बंग

विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा

उच्छल जलधि तरंग

तव शुभ नामे जागे

तव शुभ आशिष मागे

गाहे तव जय गाथा

जन गण मंगल दायक जय हे

भारत भाग्य विधाता

जय हे जय हे जय हे

जय जय जय जय हे

 

पतन अभ्युदय वन्धुर-पंथा,

युगयुग धावित यात्री,

हे चिर-सारथी,

तव रथ चक्रेमुखरित पथ दिन-रात्रि

दारुण विप्लव माझे

तव शंखध्वनि बाजे,

संकट-दुख-श्राता,

जन गण पथ परिचायक जय हे

भारत-भाग्य-विधाता,

जय हे, जय हे, जय हे,

जय जय जय जय हे

 

घोर तिमिर घन निविङ- निशीथ

पीङित मुच्छित देशे

जाग्रत दिल तव अविचल मंगल

नत नत नयने अनिमेष

दुस्प्रे आतंके

रक्षा करिजे अंके

स्नेहमयी तुमि माता,

जन-गण-दुखत्रायक जय हे

भारत-भाग्य-विधाता,

जय हे, जय हे, जय हे,

जय जय जय जय हे

 

रात्रि प्रभातिल उदिल रविच्छवि

पूरब उदय गिरि भाले, साहे विहन्गम, पूण्य समीरण

नव जीवन रस ढाले,

तव करुणारुण रागे

निद्रित भारत जागे

तव चरणे नत माथा,

जय जय जय हे, जय राजेश्वर,

भारत-भाग्य-विधाता,

जय हे, जय हे, जय हे,

जय जय जय जय हे

८/२०/२०२१

देशभक्ती गीते-9 / संपूर्ण वन्दे मातरम्

 संपूर्ण वन्दे मातरम्

 


सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम्

सस्य श्यामलां मातरंम् .

शुभ्र ज्योत्सनाम् पुलकित यामिनीम्

फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्,

सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्

सुखदां वरदां मातरम् ॥

 

कोटि कोटि कन्ठ कलकल निनाद कराले

द्विसप्त कोटि भुजैर्धत खरकरवाले

के बोले मा तुमी अबले

बहुबल धारिणीम् नमामि तारिणीम्

रिपुदलवारिणीम् मातरम् ॥

 

तुमि विद्या तुमि धर्म, तुमि हृदि तुमि मर्म

त्वं हि प्राणाः शरी

बाहुते तुमि मा शक्ति,

हृदये तुमि मा भक्ति,

तोमारै प्रतिमा गडि मन्दिरे-मन्दिरे ॥

 

त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी

कमला कमलदल विहारिणी

वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम्

नमामि कमलां अमलां अतुलाम्

सुजलां सुफलां मातरम् ॥

८/२०/२०२१

देशभक्ती गीते-8

 देशभक्ती गीते

छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी

 

छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी,

नये दौर में लिखेंगे मिलकर नई कहानी।

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी |

 

आज पुरानी जंज़ीरों को तोड़ चुके हैं,

क्या देखें उस मंज़िल को जो छोड़ चुके हैं।

चाँद के दर पे जा पहुँचा है आज ज़माना,

नये जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं।

नया ख़ून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी |

 

हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने,

कितने ही अजंता हम को और सजाने।

अभी पलटना है रुख  कितने दरियाओं  का,

कितने पवर्त राहों से हैं आज हटाने ।

नया ख़ून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी।

 

आओ मेहनत को अपना ईमान बनाएँ,

अपने हाथों को अपना भगवान बनाएँ ।

राम की इस धरती को, गौतम की भूमि को,

सपनों से भी प्यारा हिंदुस्तान बनाएँ।

नया ख़ून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी ।

 

हर ज़र्रा है मोती आँख उठाकर देखो,

माटी में सोना है हाथ बढ़ाकर देखो।

सोने की ये गंगा है, चाँदी की यमुना,

चाहो तो पत्थर से धान उगाकर देखो।

नया ख़ून है, नयी उमंगें, अब है नयी जवानी।

हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी

 

 

देशभक्ती गीते / तू हिन्दू बनेगा न मुसलमान बनेगा

 

तू हिन्दू बनेगा न मुसलमान बनेगा, इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा ।

 

अच्छा है अभी तक तेरा कुछ नाम नहीं है,

 तुझको किसी मज़हब से कोई काम नहीं है ।

जिस इल्म  ने इंसान को तक़सीम  किया है,

उस इल्म का तुझ पर कोई इल्ज़ाम नहीं है।

 

तू बदले हुए वक्त की पहचान बनेगा,

इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा।

 

मालिक ने हर इंसान को इंसान बनाया,

 

हमने उसे हिन्दू या मुसलमान बनाया।

 कुदरत ने तो बख़्शी थी हमें एक ही धरती,

हमने कहीं भारत, कहीं ईरान बनाया।

 

जो तोड़ दे हर बंद, वो तूफान बनेगा,

इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा ।

नफरत जो सिखाए, वो धरम तेरा नहीं है,

इंसाँ को जो रौंदे, वो क़दम तेरा नहीं है।

कुरआन  न हो जिसमें, वो मंदिर नहीं तेरा,

गीता न हो जिसमें, वो हरम तेरा नहीं है।

 

तू अमन  का और सुलह  का अरमान बनेगा,

इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा ।

 

ये दीन के ताजिर , ये वतन बेचने वाले,

इंसानों की लाशों के कफन बेचने वाले।

ये महल में बैठे हुए कातिल ये लुटेरे,

कांटों के एवज  रूह-ए-चमन  बेचने वाले।

 

तू इनके लिए मौत का ऐलान  बनेगा,

इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा।

 

 

देशभक्ती गीते/ विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

 

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,

झण्डा ऊँचा रहे हमारा।

 

सदा शक्ति बरसाने वाला,

प्रेम सुधा बरसाने वाला,

वीरों को हर्षाने वाला,

मातृभूमि का तन मन सारा।

झण्डा ऊँचा

हमारा।

 

आओ प्यारे वीरों आओ,

देश धरम पर बलि बलि जाओ,

एक साथ सब मिल कर गाओ,

प्यारा भारत देश हमारा।

झण्डा ऊँचा रहे हमारा।

 

शान न इसकी जाने पाए,

चाहे जान भले ही जाए

सत्य की विजय कर दिखलाए,

तब होवे प्रण पूर्ण हमारा।

झण्डा ऊँचा रहे हमारा।