2.फूल और काँटे / 7 वि /हिंदी
इस पाठ का/ कविता का अच्छे से
पठन/ अध्ययन करे और टेस्ट को हल कीजिए /टेस्ट मनोरंजक है सबको जरुर पसंद आएगी /
कुल २० गुणोंके लिए प्रश्न १० है/
२. फूल और काँटे कविता का सरल अर्थ
जब बादल पृथ्वी पर जल बरसाते हैं, तो वे दोनों
पर समान रूप से बरसाते हैं। जब प्यारी हवा बहती है, तब भी दोनों के ऊपर समान रूप से बहती है। परंतु एक जैसी परिस्थितियों
में पलकर भी फूल और काँटे दोनों का स्वभाव एक जैसा न होकर एकदम अलग होता
है।
काँटा किसी की भी उँगलियों को छेदकर घायल कर देता है। किसी के सुंदर कपडे फाड़
देता है। जब फूलों पर आकर्षित होकर सुंदर तितलियाँ प्यार से फूलों के पास आती हैं, तो काँटा उनके पंखों को काट देता है। भौरे के
शरीर को छेद देता है। दूसरी ओर फूल तितलियों को प्यार से अपनी गोद में जगह देता
है। भौंरों को अपना रस पिलाता है।
अपनी मोहक सुगंध
और रंगों की निराली छटा से सभी के मन को प्रसन्न कर देता है। अपने व्यवहार के कारण
काँटा सबकी आँखों में खटकता है, जबकि
फूलों को देवताओं के शीश पर चढ़ाया जाता है। यदि हमारे काम अच्छे न हों तो हमारा अच्छे कुल में जन्म लेना हमारे किसी काम नहीं आता ऐसा मानना पड़ेगा ।
जरा सोचो...और बताओ...........
यदि प्राकृतिक संसाधन समाप्त हो जाएँ तो... जैसे जल, वन आदि।जल और वन ईश्वर
द्वारा दिए गए अति महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन हैं। जीवित रहने के लिए प्रत्येक
प्राणी को जल की आवश्यकता है। पेड़-पौधे भी जल के बिना जीवित नहीं रह सकते। जल
द्वारा सींचने से ही पौधे बढ़ते हैं और पेड़ बनते हैं।
यदि
किसी दिन पृथ्वी पर जल समाप्त हो जाए तो
इस विशाल पृथ्वी पर जीवन नहीं बच पायेगा । पेड़-पौधे सब समाप्त हो जाएँगे। किसी भी
प्रकार की वनस्पति, फल, फुल ,अनाज यहाँ तक कि नन्हे बच्चों को दूध तक नहीं मिल
सकेगा। धीरे-धीरे प्राणियों की सभी प्रजातियाँ विलुप्त हो जाएँगी। इसी प्रकार वन
भी हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं। वन पर्यावरण को शुद्ध करते हैं। ये वातावरण में
व्याप्त विषैली वायु को ग्रहण कर उसे स्वास्थ्यप्रद प्राणवायु में बदल देते हैं।
वन वर्षा लाने में सहायक होते हैं। वनों के कारण भूमिगत जल स्तर में वृद्धि होती
है। वन हमें अनेक प्रकार के फल-फूल, औषधि, लकड़ी आदि देते हैं। यदि वन नहीं रहेंगे तो हम
भी नहीं बचेंगे।इसलिए हमें हर साल पेड़ लगाने होंगे |इस साल से ही शुरुआत करे |
